ईसू पाळनारो स्तोत्र २३

८.ईसू पाळनारो स्तोत्र २३

ईसू मांआं गोवाळ हेय जाते |

मान बिखे नाय लागे कदी वाटे |(२)

लीलुड्या वाडयोंमें चारा लि जाहे |

शांत पायां जागे लीई जाहे |(२)

मान रोज रोज आनंद माय राखेहेरा राखेहे ईसू मा. ||१||(२)

आडो मारगे माने वाळी लीजाहे |

मोता खाणीमाने चालाडी लेहे |(२)

तेरु बिख नांय मान कांई लागेहेरा लागेहे ईसू मा.||२||(२)

थाकी जाहुं तोवे उसली तो लेहे |

पोडी जाहुं तोवे उठाडी देहे |(२)

मांआं रातदीही काळजी तो राखहेरा राखहे ईसू.मा. ||३||(२)

मोठी दया मे त्या मोठी भलाई |

जीदगी दीही हुदी मांआं आरी रोहे |(२)

आई सदाकाळ रोंही त्या मारगेरा मारगे ईसू मा.||४||(२)